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Daily Answer Writing
14 November 2023

Que. With so many earthquakes in the news recently, it seems that the frequency of big temblors is on the rise. Discuss and also give an account of major Earthquake Zones of the World.
(GS-1, 250 Words, 15 Marks)

प्रश्न: हाल ही में खबरों में आए इतने सारे भूकंपों से ऐसा लगता है कि बड़े भूकंपों की आवृत्ति बढ़ रही है। विश्व के प्रमुख भूकंप क्षेत्रों पर चर्चा करें और उनका विवरण भी दें।
(जीएस-1, 250 शब्द, 15 अंक)

 

Approach:

  • In the Introduction, write about some data showing the increasing frequency of Earthquakes.
  • In the body, mention the reasons for increasing frequency of Earthquakes along with major Zones.
  • Conclude your answer accordingly.

 

Model Answer:

The frequency of disastrous earthquakes is rising. The average number of major earthquakes in the last year was higher than the past two decades' average. The recent earthquakes in Turkey, Afghanistan, and Joshimath, Nepal shows that the frequency of tremors has increased. The seismic record shows there have been nearly 1,300 earthquakes with magnitudes of over five in the last year worldwide.

 

Main reasons that have led to a rise in seismic activity across the globe:

  • There have been variations in the speed of the Earth's rotation which may have triggered intense seismic activity. Although fluctuations in the rotation are small and may only change the length of a day by one millisecond, they often lead to the release of vast amounts of underground energy, researchers explain.

  • Natural geomorphological phenomenon isn’t the only factor responsible for earthquakes. Activities like mining, nuclear explosions and groundwater extraction have seen an increase in the number of human-induced earthquakes. As per available data, over 728 quakes in the past 149 years might have been induced by human activities.

  • Man-made earthquakes are getting more common due to poor planning in infrastructural activities like fracking for oil, dam-building, pumping gas without re-filling.

  • Another reason attributed by scientists for increasing earthquakes is the cooling of earth. Scientists claim cooling causes the contraction of the earth’s crust, which results in increased volcanic disturbance causing earthquakes.

  • A study claims an increase in the number of earthquakes in recent years not because there are substantially more earthquakes, but because there are more seismic instruments and they are able to record more earthquakes.

  • There has been a spurt in big geological processes. These processes are driving the reactive seismic forces that create earthquakes along faults, trenches, and the planet’s many subduction zones.

  • Particularly from an Indian perspective, the Indian tectonic plate is slowly going underneath Eurasian plate with the convergence rate of 47mm per year. Due to this energy accumulation in this region, it is getting prone to greater magnitude earthquakes.

 

Earthquake Zones of World:

Earthquakes can strike any location at any time, but history shows they occur in the same general patterns year after year, principally in three large zones of the earth:

  • Circum-Pacific seismic belt: The world's greatest earthquake belt, the circum-Pacific seismic belt, is found along the rim of the Pacific Ocean, where about 81 percent of our planet's largest earthquakes occur. The belt exists along boundaries of tectonic plates, where plates of mostly oceanic crust are sinking (or subducting) beneath another plate. Earthquakes in these subduction zones are caused by slip between plates and rupture within plates.

  • Alpide earthquake belt: The Alpide earthquake belt extends from Java to Sumatra through the Himalayas, the Mediterranean, and out into the Atlantic. This belt accounts for about 17 percent of the world's largest earthquakes.

    • Examples: In 2004 M9.1 Indonesia earthquake, generated a tsunami that killed over 230,000 people.

    • Two recent big earthquakes — one of magnitude 7.8 and another 7.6 — devastated large swathes in Turkey and Syria.

  • Mid Atlantic Ridge: The third prominent belt follows the submerged mid-Atlantic Ridge. The ridge marks where two tectonic plates are spreading apart (a divergent plate boundary). Most of the mid-Atlantic Ridge is deep underwater and far from human development, but Iceland, which sits directly over the mid-Atlantic Ridge, has experienced several earthquakes.

    • Examples: Recently around 1,400 earthquakes were measured in one day, and over 24,000 have been recorded in Iceland since late October. On average, Iceland experiences around 26000 earthquakes a year.

 

The loss of lives and property in recent earthquakes underscores the importance of developing and adopting earthquake-resistant buildings and heightened safety measures. Also there is a need to learn lessons from countries like Japan and California, where earthquake-resistant technology has become more advanced.

दृष्टिकोण:

  • परिचय में, भूकंप की बढ़ती आवृत्ति दर्शाने वाले कुछ आंकड़ों के बारे में लिखें।
  • मुख्य भाग में, भूकम्प की बढ़ती आवृत्ति के कारणों का प्रमुख क्षेत्रों सहित उल्लेख करें।
  • तदनुसार अपना उत्तर समाप्त करें।

 

मॉडल उत्तर:

विनाशकारी भूकंपों की आवृत्ति बढ़ती जा रही है। पिछले वर्ष बड़े भूकंपों की औसत संख्या पिछले दो दशकों के औसत से अधिक थी। हाल ही में तुर्की, अफगानिस्तान और जोशीमठ, नेपाल में आए भूकंप से पता चलता है कि भूकंप की आवृत्ति में वृद्धि हुई है। भूकंपीय रिकॉर्ड से पता चलता है कि पिछले साल दुनिया भर में पाँच से अधिक तीव्रता वाले लगभग 1,300 भूकंप आए हैं।

 

विश्व भर में भूकंपीय गतिविधियों में वृद्धि के मुख्य कारण:

  • शोधकर्ताओं का मानना है कि पृथ्वी के घूमने की गति में भिन्नताएं रही हैं, जिसके कारण तीव्र भूकंपीय गतिविधि शुरू हो सकती है। हालाँकि, घूर्णन में उतार-चढ़ाव छोटे होते हैं और एक दिन की लंबाई में केवल एक मिलीसेकंड का बदलाव हो सकता है, लेकिन वे अक्सर भारी मात्रा में भूमिगत ऊर्जा की रिहाई का कारण बनते हैं।

  • प्राकृतिक भू-आकृति विज्ञान संबंधी घटनाएं ही भूकंप के लिए जिम्मेदार एकमात्र कारक नहीं है। बल्कि खनन, परमाणु विस्फोट और भूजल निष्कर्षण जैसी गतिविधियों के कारण भी मानव-प्रेरित भूकंपों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। मौजूदा उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, पिछले 149 वर्षों में 728 से अधिक भूकंप मानवीय गतिविधियों से प्रेरित होने की संभावना व्यक्त की गई है।

  • तेल के लिए फ्रैकिंग, बांध-निर्माण, दोबारा भरे बिना गैस पंप करने जैसी बुनियादी ढांचागत गतिविधियों में खराब योजना के कारण मानव निर्मित भूकंप अधिक आम हो रहे हैं।

  • वैज्ञानिकों ने बढ़ते भूकंपों के लिए दूसरा कारण पृथ्वी का ठंडा होना भी बताया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि ठंडा होने से पृथ्वी की पपड़ी सिकुड़ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप ज्वालामुखीय अशांति बढ़ जाती है जिससे भूकंप आते हैं।

  • एक अध्ययन में दावा किया गया है कि हाल के वर्षों में भूकंपों की संख्या में वृद्धि इसलिए नहीं हुई है, क्योंकि बहुत अधिक भूकंप आ रहे हैं, बल्कि इसलिए क्योंकि अधिक भूकंपीय उपकरण हैं और वे अधिक भूकंप रिकॉर्ड करने में सक्षम हैं।

  • बड़ी-बड़ी भूगर्भिक प्रक्रियाओं में तेजी आई है। ये प्रक्रियाएँ प्रतिक्रियाशील भूकंपीय शक्तियों को चला रही हैं जो भ्रंशों, खाइयों और पृथ्वी के कई सबडक्शन जोन में भूकंप उत्पन्न करती हैं।

  • विशेषकर भारतीय परिप्रेक्ष्य से, भारतीय विवर्तनिक (टेक्टोनिक) प्लेट धीरे-धीरे 47 मिमी प्रति वर्ष की अभिसरण दर के साथ यूरेशियन प्लेट के नीचे जा रही है। इस क्षेत्र में इस ऊर्जा संचय के कारण अधिक तीव्रता वाले भूकंपों का खतरा उत्पन्न हो रहा है।

 

विश्व के भूकंपीय क्षेत्र:

भूकंप किसी भी स्थान पर किसी भी समय आ सकते हैं, लेकिन इतिहास से पता चलता है कि वे साल दर साल एक ही सामान्य पैटर्न में आते हैं, मुख्यतः पृथ्वी के निम्न तीन बड़े क्षेत्रों में आए हैं:

  • परि-प्रशांत भूकंपीय बेल्ट: दुनिया की सबसे बड़ी भूकंप बेल्ट, परि-प्रशांत भूकंपीय बेल्ट (सर्कम-पैसिफिक सेस्मिक बेल्ट), प्रशांत महासागर के किनारे पाई जाती है, जहां हमारे पृथ्वी के लगभग 81 प्रतिशत सबसे बड़े भूकंप आते हैं। यह बेल्ट विवर्तनिक प्लेटों की सीमाओं के साथ मौजूद है, जहां ज्यादातर समुद्री क्रस्ट की प्लेटें दूसरी प्लेट के नीचे धंस रही हैं (या दब रही हैं)। इन सबडक्शन जोन में भूकंप प्लेटों के बीच फिसलन और प्लेटों के भीतर टूटने के कारण आते हैं।

  • उदाहरण: परि-प्रशांत भूकंपीय बेल्ट में आने वाले भूकंपों में M9.5 चिली भूकंप [वाल्डिविया भूकंप] (1960) और M9.2 अलास्का भूकंप (1964) शामिल हैं।

  • एल्पाइड भूकंप बेल्ट: एल्पाइड भूकंप बेल्ट (मध्य महाद्वीपीय बेल्ट) जावा से सुमात्रा तक हिमालय, भूमध्य सागर और बाहर अटलांटिक तक फैली हुई है। दुनिया के सबसे बड़े भूकंपों में से लगभग 17 प्रतिशत भूकंप इसी बेल्ट के कारण आते हैं।

  • उदाहरण: 2004 में इंडोनेशिया में आए M9.1 भूकंप से सुनामी उत्पन्न हुई जिसमें 230,000 से अधिक लोग मारे गए।

  • हाल के दो बड़े भूकंपों - एक की तीव्रता 7.8 और दूसरे की 7.6 तीव्रता - ने तुर्की और सीरिया में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई।

  • मध्य अटलांटिक कटक: तीसरी प्रमुख बेल्ट जलमग्न मध्य अटलांटिक कटक का अनुसरण करती है। यह कटक उस स्थान को चिह्नित करता है जहां दो विवर्तनिक प्लेटें अलग-अलग फैल रही हैं (एक अपसारी या रचनात्मक प्लेट सीमा)। मध्य-अटलांटिक कटक का अधिकांश भाग गहरे पानी के भीतर है और मानव विकास से दूर है, लेकिन आइसलैंड, जो सीधे मध्य-अटलांटिक रिज के ऊपर स्थित है, ने कई भूकंपों का अनुभव किया है।

  • उदाहरण: हाल ही में एक दिन में लगभग 1,400 भूकंप मापे गए थे, और अक्टूबर के अंत से आइसलैंड में 24,000 से अधिक भूकंप दर्ज किए गए हैं। औसतन, आइसलैंड में प्रति वर्ष लगभग 26000 भूकंप आते हैं।

 

निश्चित रूप से, हाल के भूकंपों में जान-माल की हानि भूकंप प्रतिरोधी इमारतों को विकसित करने और अपनाने तथा सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के महत्व को रेखांकित करती है। इस सान्दर्भिक, जापान और कैलिफोर्निया जैसे देशों से भी सबक लेने की आवश्यकता है, जहां भूकंप प्रतिरोधी तकनीक अधिक उन्नत हो गई है।

Note:

1. Rename PDF file with your NAME and DATE, then upload it on the website to avoid any technical issues.
2. Kindly upload only a scanned PDF copy of your answer. Simple photographs of the answer will not be evaluated!
3. Write your NAME at the top of the answer sheet. Answer sheets without NAME will not be evaluated, in any case.

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